हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ की पद्धति में यंत्रों का विशेष महत्व है। इसी कड़ी में आज हम जानेंगे घर में लक्ष्मी नारायण यंत्र रखने के लाभ, महत्व और नियम क
Lakshmi Narayan Yantra Ke Bare Mein: हिन्दू धर्म में यंत्रों का विशेष महत्व है। यंत्रों की पूजा मंत्रोच्चार के समान ही प्रभावशाली मानी गई है। ऐसे में आज हम आपको ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ संजय आर शास्त्री द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के लक्ष्मी नारायण यंत्र को घर में रखने के लाभ, महत्व और नियम बताने जा रहे हैं।
क्या है लक्ष्मी नारायण यंत्र?
लक्ष्मी नारायण यंत्र भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के संयुक्त रूप का यंत्र है। इस यंत्र में माता लक्ष्मी की धन सिद्धि और भगवान विष्णु की विजय प्राप्ति की ऊर्जा विद्यमान है।
क्या है लक्ष्मी नारायण यंत्र की विशेषता?
लक्ष्मी नारायण यंत्र की विशेषता यह है कि इसकी पूजा से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद एक साथ प्राप्त होता है। श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा संयुक्त रूप में बरसती है।
क्या है लक्ष्मी नारायण यंत्र की पूजा विधि?
- लक्ष्मी नारायण यंत्र की पूजा विधि और स्थापना अत्यंत सरल है। सबसे पहले लक्ष्मी नारायण यंत्र घर ले आएं। फिर उस यंत्र को दूध से स्नान कराएं। इसके पश्चात यंत्र को मंदिर में स्थापित करें।
- यंत्र पर लाल चंदन से स्वास्तिक बनाएं और अक्षत छिड़कें। इसके बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का ध्यान कर उनके मंत्रों का जाप करें। मंत्र जाप के बाद यंत्र पर पुष्प अर्पित करें।
- अंत में लक्ष्मी नारायण यंत्र के समक्ष हाथ जोडें और श्री हरि नारायण एवं लक्ष्मी माता से यंत्र में अपनी शक्तियां संचारित करने की प्राथना करें। यंत्र की स्थापना गुरुवार या शुक्रवार के दिन करें।
- ध्यान रहे कि यंत्र कभी भी गंदा न हो, यंत्र को समय पर साफ करें और रोजाना पूजा कर फूल, अक्षत एवं चंदन से स्वास्तिक का निर्माण करें। साथ ही, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का ध्यान करें।
क्या है लक्ष्मी नारायण यंत्र के लाभ?
लक्ष्मी नारायण यंत्र को घर में स्थापित करने से व्यक्ति के जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे जीवन में सफलता, संपन्नता, सुख, समृद्धि और सम्मान की प्रबल प्राप्ति होती है। साथ ही लक्ष्मी नारायण की कृपा बनी रहती है।
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