Homeअमेरिका

करें कच्चे दूध का यह उपाय, पलक झपकते होंगे मालामाल आइए जानते हैं डॉ संजय आर शास्त्री

ज्योतिष में चन्द्रमा को मन का कारक बताया गया है। सफेद वस्तुएं चन्द्रमा का प्रतिनिधित्व करती है। यही कारण है कि जन्मकुंडली में चन्द्र दोष होने पर ज्य

आपकी हथेली का रंग भी बताता है आपके बारे में बहुत कुछ खास-आइए जानते हैं डॉ संजय आर शास्त्री
कब से शुरू हो रहा है हिन्दू नव वर्ष और क्या है इसका महत्व-आइए जानते हैं डॉ संजय आर शास्त्री
शमी का पौधा रहेगा हरा-भरा बस इन 3 टिप्स को करें फॉल-आइए जानते हैं डॉ संजय आर शास्त्री जी


ज्योतिष में चन्द्रमा को मन का कारक बताया गया है। सफेद वस्तुएं चन्द्रमा का प्रतिनिधित्व करती है। यही कारण है कि जन्मकुंडली में चन्द्र दोष होने पर ज्योतिषी दूध और अन्य सफेद वस्तुओं के उपाय बताते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार दूध एक बहुत ही महत्वपूर्ण तंत्र सामग्री है। यही कारण है कि विभिन्न प्रकार के तंत्र-मंत्र प्रयोगों में इसका प्रयोग किया जाता है।

भगवान शिव चन्द्रमा को सदैव अपने शीश की जटाओं में धारण करते हैं। इस वजह से भी उनका दूध से अभिषेक किया जाता है। इसी प्रकार कच्चे दूध के बहुत से उपयोग हैं जिन्हें करके आप अपने समस्त संकटों से मुक्ति पा सकते हैं। जानिए दूध के ऐसे ही कुछ तंत्र प्रयोगों के बारे में

कच्चे दूध के उपाय

जन्मकुंडली में समस्त ग्रह दोष दूर करने के लिए

यदि किसी व्यक्ति की जन्मकुडंली में ग्रह दोष बहुत प्रबल हो रहे हैं, अथवा वह राहू, शनि, केतु जैसे ग्रहों के कारण दुख पा रहा है तो दूध का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए सोमवार के दिन आरंभ करके लगातार अगले 41 दिनों तक भगवान शिव पर रोजाना कच्चा दूध चढ़ाएं। इससे सभी ग्रहों का दोष दूर होगा और वे अच्छा असर देने लगेंगे।

घर में शांति तथा सुखद वातावरण पाने के लिए

घर में क्लेश को शांत करने के लिए भी दूध का एक बहुत ही अच्छा उपाय है। इस उपाय में आपको अपने इष्ट देवता को प्रतिदिन थोड़े से कच्चे दूध में शक्कर मिलाकर अर्पित करना है। थोड़ी देर उनके सामने रहने दें तथा उनसे अपने कष्ट हरने की प्रार्थना करें। अब इस दूध को परिवार सहित प्रसाद स्वरूप में ग्रहण कर लें। प्रतिदिन ऐसा करने से आपके घर में शांति का स्थाई रूप से वास हो जाएगा।

रोगों से मुक्ति पाने के लिए उपाय (Jyotish Tips)

कई बार रोग इतने प्रबल हो जाते हैं कि व्यक्ति के जीने-मरने का प्रश्न बन जाता है। इस स्थिति में सोमवार की रात्रि को 9 बजे बाद किसी शिव मंदिर में जाएं। वहां पर कच्चे दूध में जल मिलाकर “ॐ जूं स:” मंत्र का जप करते हुए जल मिश्रित कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। यह अभिषेक 108 बार करना है और लगातार 43 दिनों तक करना होता है। ऐसा करने से बड़े से बड़ा रोग भी शांत हो जाता है।

समस्त चिंताओं के निवारण के लिए

सोमवार के दिन दूध में चावल मिलाकर खीर बनाएं। अब इस खीर को भगवान शिव के भोग लगाएं और पूरी की पूरी खीर गरीब बच्चों अथवा भिखारियों में बांट दें। ऐसा करने से सभी प्रकार की चिंताओं से तुरंत ही मुक्ति मिल जाएगी। यदि रात को बुरे सपने आते हैं तो वे भी जल्द खत्म हो जाएंगे।

आर्थिक समस्याओं से निजात पाने के लिए

कई बार व्यक्ति लाख प्रयासों के बाद भी पर्याप्त धन नहीं कमा पाता है। इस स्थिति में रविवार की रात्रि एक गिलास दूध भरकर अपने सिर के पास रख कर सोएं। अगले दिन बिना किसी से कुछ बोले इस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें। ऐसा लगातार सात रविवारों तक करना है। इस उपाय को आरंभ करते ही धन की आवक शुरू हो जाएगी।

COMMENTS