शनि देव से हर कोई डरता क्योंकि वह कर्मों के हिसाब से व्यक्ति को फल देते हैं लेकिन स्वयं शनि देव भी कुछ लोगों से बहुत डरते हैं। शनि देव को कर्म
शनि देव से हर कोई डरता क्योंकि वह कर्मों के हिसाब से व्यक्ति को फल देते हैं लेकिन स्वयं शनि देव भी कुछ लोगों से बहुत डरते हैं।
शनि देव को कर्म फलदाता कहा जाता है। वह व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से उचित फल प्रदान करते हैं। अच्छे कर्मों के लिए शुभ फल और बुरे कर्मों के लिए दंड। शनि देव व्यक्ति को दंड में शनि साढ़े साती और ढैय्या का भागी बनाते हैं जिसमें व्यक्ति को अपार कष्ट झेलना पड़ता है। यही कारण है कि हर मनुष्य को शनि देव से भय लगता है।
लेकिन शनि देव भी किसी से भयभीत हो सकते हैं क्या? जी हां, जहां एक शनि देव सब्सको भयभीत करते हैं तो वहीं, उन्हें खुद भी किसी से बहुत अधिक डर लगता है। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ संजय आर शास्त्री जी ने हमें बताया कि हनुमान जी के अलावा, 4 और ऐसे देवी-देवता हैं जिनके सामने शनि देव भय से कांप उठते हैं। तो चलिए कौन से हैं वि देवी-देवता और क्या है इनसे डरने का कारण इसके बारे में जानते हैं।
हनुमान जी (Shani Dev Fear Of Hanuman Ji)
हनुमान जी ने बाल अवस्था में एक बार शनि देव का अहंकार तोड़ा था तब से माना जाता है कि शनि देव हनुमान जी (इस विधि से रखें हनुमान जी के लिए व्रत) बहुत डरते हैं। मान्यता है कि शनि देव कभी भी किसी हनुमान भक्त को नहीं सताते हैं। जो भी व्यक्ति हनुमान जी की पूजा करता है उस पर शनि कृपा बनी रहती है।
पीपल का पेड़ (Shani Dev Fear Of Peepal Tree)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शनि देव को पीपल के पेड़ से भी बहुत डर लगता है। इसी कारण से ऐसा माना जाता है कि शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि देव अपना प्रकोप कम कर देते हैं।
श्री कृष्ण (Shani Dev Fear Of Shri Krishna)
यूं तो शनि देव को श्री कृष्ण का परम भक्त माना जाता है और श्री कृष्ण (क्यों अपने भक्त का कटा सिर हाथ में लेकर बैठे थे श्री कृष्ण) उनके इष्ट देव हैं लेकिन भगवान भक्त की मर्यादा के अनुसार, शनि देव श्री कृष्ण से भी डरते हैं। इसी कारण से उनकी साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव किसी भी सच्चे और सत्कर्म करने वाले कृष्ण भक्त पर नहीं पड़ता है।
पत्नी (Shani Dev Fear Of His wife)
धार्मिक कथाओं के अनुसार, शनि देव अपनी पत्नी से भी बहुत डरते हैं। इसी कारण से कहा जाता है कि शनि की वक्र दृष्टि से बचने के लिए उनकी पत्नी का 108 बार नाम लेते हुए मंत्र जाप करना चाहिए।
भगवान शिव (Shani Dev Fear Of Bhagwan Shiv)
शनि देव के गुरु माने जाते हैं भगवान शिव इसी कारण गुरु शिष्य की मर्यादा से शनि देव भगवान शिव से डरते हैं। जो भी व्यक्ति भगवान शिव की परम भक्ति करता है उस पर शनि देव हमेशा शुभ परिणामों की वर्षा करते हैं।
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