कहते हैं कि कुंडली में अगर कोई भी ग्रह खराब स्थिति में हो तो उसका दुष्प्रभाव व्यक्ति को जीना ही पड़ता है। इसलिए हर कोई यही चाहता है कि उसकी कुंडली
कहते हैं कि कुंडली में अगर कोई भी ग्रह खराब स्थिति में हो तो उसका दुष्प्रभाव व्यक्ति को जीना ही पड़ता है। इसलिए हर कोई यही चाहता है कि उसकी कुंडली में किसी भी प्रकार का कोई दोष न हो। इसके लिए लोग ज्योतिषियों की मदद लेते हैं तमाम तरह के उपाय करते हैं। बात करें अगर मंगल दोष की तो इस दोष से प्रत्येक व्यक्ति बहुत डरता है। क्योंकि नवग्रह में से सबसे क्रूर ग्रह मंगल को ही माना जाता है। आज हम आपको मंगल दो से जुड़े बहुत ही सामान्य से उपाय बताने वाले हैं जिसे करने से कुंडली में मौजूद मंगल दोष खत्म हो जाता है।ज्योतिष वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में नीम का पेड़ लगाना अच्छा माना जाता है। ध्यान रखें जब तक यह पेड़ अच्छे से बड़ा न हो जाए उसकी देखरेख करते रहें। कहा जाता है कि नीम के पेड़ में साक्षात मंगलदेव का वास होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह की दिशा दक्षिण मानी जाती है इसलिए नीम का पेड़ इसी दिशा में लगाना चाहिए। कहा जाता है कि नीम का पेड़ मंगल की स्थिति को तय करता है की मंगल का प्रभाव शुभ होगा या अशुभ। अतः दक्षिण दिशा में नीम का एक बहुत बड़ा वृक्ष लगाना चाहिए।
घर के पास नीम का पेड़ स्थित हो तो इसमें नित्य जल अर्पित करते समय हनुमान जी का ध्यान करना चाहिए।
कुछ ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार नीम का संबंध शनिदेव से भी माना जाता है कहते हैं कि नीम की दातुन करने से मंगल दोष के साथ-साथ कुंडली में स्थापित शनि दोष से भी राहत मिलती है। इसके अलावा कुंडली में मंगल दोष से राहत के लिए घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी का चित्र लगाना चाहिए। कहते हैं कि द्वार के ठीक सामने आशीर्वाद मुद्रा में हनुमान जी की मूर्ति या चित्र लगाने से दक्षिण दिशा की ओर मुख्य द्वार का वास्तु दोष दूर होता है तथा हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
COMMENTS