अपने पूर्व राष्ट्रपति के हत्या की साजिश रचने वाले को भारत से मांग रही श्रीलंका की सरकार

Homeविश्व

अपने पूर्व राष्ट्रपति के हत्या की साजिश रचने वाले को भारत से मांग रही श्रीलंका की सरकार

श्रीलंका के सार्वजनिक व्यवस्था मंत्री शरत वीरशेकरा ने सोमवार को कहा कि वर्ष 1999 में श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा की हत

शंख से होगा कष्ट निवारण और धन प्राप्ति जाने कैसे ? जानिए डॉ संजय आर शास्त्री
सत्यनारायण व्रत कथा से सुधरती है जीवन की दशा, हर मनोकामना होती है पूरी -डॉक्टर संजय आर शास्त्री
Dr. Sanjay R Shastri from America to attend Rishi Panchami Festival and Vivid Samman ceremony in Jaipur

श्रीलंका के सार्वजनिक व्यवस्था मंत्री शरत वीरशेकरा ने सोमवार को कहा कि वर्ष 1999 में श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा की हत्या की साजिश रचने से संबंधित मामले में वांछित अपराधी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत से वार्ता जारी है.
कोलंबो: श्रीलंका के सार्वजनिक व्यवस्था मंत्री शरत वीरशेकरा ने सोमवार को कहा कि वर्ष 1999 में श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा की हत्या की साजिश रचने से संबंधित मामले में वांछित अपराधी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत से वार्ता जारी है. उन्होंने कहा कि इस महीने की शुरुआत में भारतीय अधिकारियों ने अपने श्रीलंकाई समकक्षों को सूचित किया था कि तमिलनाडु पुलिस ने आरोपी किंबुला अले गुना को चेन्नई में गिरफ्तार किया है.

लिट्टे से जुड़े होने का शक
श्रीलंकाई मंत्री ने कहा कि गुना के भारत से प्रत्यर्पण के बारे में बातचीत जारी है. हत्या की नाकाम कोशिश के अलावा गुना के मादक पदार्थ तस्करों और लिट्टे से भी संबंध होने का शक है. वीर शेकरा ने कहा कि श्रीलंका सरकार ने 100 से ज्यादा अपराधियों की पकड़ तेज की है, जिनकी सूची इंटरपोल को भी भेजी गई है.

ये भी पढ़ें: साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के Superstar Suriya को हुआ Corona, खुद ट्वीट कर दी जानकारी

आत्मघाती हमले में हुई थी चंद्रिका कुमारतुंगा पर हमला
18 दिसंबर 1999 को कोलंबो में एक चुनावी रैली के दौरान पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा के काफिले पर एक महिला द्वारा आत्मघाती हमला किया गया था. इस घटना में कुमारतुंगा गंभीर रूप से घायल हो गई थीं. इस हमले का आरोप लिट्टे पर लगा था, जिसमें 34 लोगों की मौत हो गई थी. ऐसा संदेह जताया गया था कि गुना हमले के बाद भारत फरार हो गया था.

COMMENTS