भारत के प्रधानमंत्री मोदी की मां के निधन पर धर्म गुरु हिंदू टेम्पल केंट वाशिंगटन एवम् वास्फ़ोआ के अध्यक्ष डॉ संजय आर शास्त्री ने जताया दुख, बोले – इससे बड़ा कोई दुख नहीं*

भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इसे एक बेटे के लिए असहनीय और अपूरणीय क्षति बताया है। धर्म गुरु हिंदू टेम्पल केंट वाशिंगटन एवम् वास्फ़ोआ के अध्यक्ष
डॉ संजय आर शास्त्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर हीराबा के निधन पर अपनी शोक संतप्त भावनाएं प्रकट करते हुए कहा कि ‘एक पुत्र के लिए मां पूरी दुनिया होती है। मां का निधन पुत्र के लिए असहनीय और अपूरणीय क्षति होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूज्य माता जी का निधन अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। ॐ शांति!’ बता दें कि पीएम मोदी की मां हीरा बेन का निधन शुक्रवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में हो गया। वे 100 वर्ष की थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन (Heeraben Modi) का आज तड़के 30 दिसंबर को निधन हो गया. उन्‍होंने अहमदाबाद के यूएन मेहता हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली, जहां वे मंगलवार को तबीयत बिगड़ने पर भर्ती कराई गई थीं. इसी साल 18 जून को हीराबेन ने अपना 100 वां जन्‍मदिन मनाया था. प्‍यार से लोग उन्‍हें हीराबा भी कहते थे. उनका यह नाम दुनिया की कई नामचीन हस्तियों की जुबान पर भी आया. भारत का प्रधानमंत्री बनने पर नरेंद्र मोदी
(Narendra Modi) जब अमेरिका (USA) गए तो वहां स्टेज पर ही मां को याद कर रो पड़े थे. वह तब अपनी मां के जीवन से जुड़े किस्‍से बता रहे थे.

यह बात 2015 की है, अपने अमेरिका दौरे के दौरान पीएम मोदी एक सार्वजानिक मंच पर से मुखातिब थे. पीएम मोदी से कुछ सवाल किए, जिनमें अपनी मां से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी इतने भावुक हो गए थे कि स्टेज पर ही रो पड़े. उन्‍हें आंसू पोंछते देखा गया. जुकरबर्ग उन्‍हें दिलासा देते नजर आए.

उस वक्‍त पीएम मोदी ने बताया था, ”हम जब छोटे थे, मेरे पिताजी का निधन हो गया. तब हमारा गुजारा करने के लिए मां पड़ोस के घरों में बर्तन साफ करने, पानी भरने, मजदूरी करने जाती थी…आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मां ने अपने बच्चों को बड़ा करने के लिए कितना कष्ट उठाया होगा.”

अमेरिका में मोदी ने किया मां का जिक्र

मोदी जब यह बोल रहे थे वहां मौजूद लोगों की भीड़ भी एकाग्रचित होकर सुन रही थी. मोदी अपने आंसू पोंछने लगे तो जुकरबर्ग भी कुछ देर के लिए सन्‍न रह गए थे. लोगों में भी तब से पीएम मोदी की मां के बारे में जानने की दिलचस्‍पी बढ़ गई. उसके बाद पीएम मोदी कई बार सार्वजानिक मंच पर अपनी मां का जिक्र करते नजर आए. इसी साल 2022 में बीते 18 जून को अपनी मां के जन्मदिन पर पीएम मोदी ने एक लंबा ब्लॉग लिखा.
अमेरिका में सभी भारतीय आज प्रधानमंत्री मोदी की मां के देहांत पर दुखी हैं
धर्म गुरु हिंदू टेम्पल केंट वाशिंगटन एवम् वास्फ़ोआ के अध्यक्ष
डॉ संजय आर शास्त्री ने शोक संवेदना की

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